श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्विद्यालय का साहित्य एवं संस्कृति संकाय भारतीय वांघ्मय एवं संस्कृति के अध्ययन का एक प्रमुख केन्द्र है। साहित्य, संगीत एवं ललित कलाओं से विहीन मनुष्य को पशुवत् माना गया है। वस्तुतः समृ( संकाय के प्रबु( प्राध्यापकों द्वारा प्रतिवर्ष शैक्षणिक उपक्रम को समृ( करने के लिए विभिन्न व्याख्यानमालायें, संगोष्ठियाॅं सम्पन्न की जाती हैं। राष्ट्रिय एवं अन्ताराष्ट्रिय संगोष्ठियों में संकाय के प्राध्यापकगण शोध्पत्रावाचन, प्रमुखअतिथिव्याख्यान, गरिमामय अध्यक्षता आदि पदों पर उपस्थित होकर राष्ट्र निर्माण के कार्य में तत्पर हैं। इस संकाय के अन्तर्गत संस्कृतसाहित्य, पुराणेतिहास, प्राकृतभाषा विभाग कार्यरत हैं। अध्ययन में गुणवत्ता लाने हेतु छात्रों को छम्ज्ए श्रत्थ् आदि प्रतिस्पर्धत्मक परीक्षा के लिये अपने सुयोग्य अध्यापकों द्वारा रेमिडियल कक्षाओं के माध्यम से पृथक् प्रावीण्य की शिक्षा दी जाती है। इस संकाय द्वारा शास्त्राीसम्मानित ;बी.ए.द्ध, आचार्य ;एम.ए.द्ध, विशिष्टाचार्य ;एम.पिफल.द्ध एवं विद्यावारिध् ि;पीएच.डीद्ध में अध्ययनरत छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु शोध् एवं बोध् का कार्य निरन्तर जारी है। निर्धरित पाठ्यक्रमों के अध्ययन के अतिरिक्त श्लोकावृत्ति, अन्त्याक्षरी, समस्यापूर्ति, श्लोकरचना, सद्यः निबन्ध्रचना, संस्कृतसाहित्य का भाषान्तर ;अनुवाद कलाद्ध काश्मीरीय वाघ्मयानुशीलन आदि के बारे में रिक्त समय में शिक्षा दी जाती है।